एक सुबह जब पं. जसराज क्लीन बोल्ड हो गये…विष्णु कुटी, लखनऊ-सन 1980 के आसपास हालांकि पंडित जसराज पहली ही गेंद पर आउट हो गये और फिर एक बाउंड्री लगायी, संगीत सम्राट ने कहा कि क्रिकेट भी एक अच्छा विकल्प हो सकती थी। Read More »
मनोहर लाल भुगड़ा: प्रिंट-मेकिंग की जटिलताओं से जूझने वाला एक जुनूनी लखनऊ का एक ऐसा प्रिंट-मेकर जिसमें प्रिंट-मेकिंग की तकनीकी जटिलताओं से जूझने का जुनून था, जिसने तकनीकी उत्कृष्टता हासिल की और अपनी एक अलग पहचान बनायी। Read More »
पद्मश्री प्रोफेसर श्याम शर्मा : एक संस्मरण, लखनऊ-1966 प्रिंट-मेकिंग में पोस्ट डिप्लोमा करने की इच्छा लिए एक छात्र मेरे पास आया। मुझे लगा, कमर्शियल आर्ट का डिप्लोमा करनेवाला प्रिंट-मेकिंग में काम कर पायेगा ? Read More »