Photo archives: Mud Murals of Purnea, Bihar

बिहार में मृत्तिका उत्कीर्णन की परंपरा खत्म होने की कगार पर है। पूर्णिया के वरिष्ठ कलाकार संजय सिंह ने तीन दशक पूर्व पूर्णिया में इस परंपरा का डॉक्यूमेंटेशन किया था। कुछ तस्वीरें –

मृत्तिका उत्कीर्णन अलंकरण; प्रलेखन की तात्कालिक आवश्यकता – पूर्णिया विशेष

पूर्णिया के ग्रामीण क्षेत्रों में मृत्तिका उत्कीर्णन मुख्यतः महिलाओं के द्वारा किये जाते हैं जिन्हे स्थानीय लोग ‘लिखनी-पढ़नी’ या ‘चेन्ह-चाक’ कहते हैं। उनके मोटिव्स के अपने सांकेतिक अर्थ हैं।