स्मृतियों में शेष एक यायावर: मूर्तिकार नारायण कुलकर्णी

नारायण एक कर्मठ और सृजनशील मूर्तिकार थे, छात्रों के प्रति सहज और मित्रवत। लेकिन, कहावत है ‘अच्छा है पर बहुत अच्छा भी ठीक नहीं‘।