Description
यह पुस्तक कलम के बाद के समकालीन चित्रकारों व मूर्तिकारों की कला साधना और उनकी कलादृष्टि को सामने लाती है, जो विविध कला-विधाओं में सक्रिय हैं। पुस्तक में मूर्तिकार एवं शिल्पकार पद्मश्री ब्रह्मदेव पंडित की कला पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की गयी है। इसके अलावा राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित अनेक कलाकारों की कला यात्रा इस पुस्तक में समाहित है।
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सीरीज की अन्य पुस्तकें:
पटना कलम के बाद: बिहार की कला भाग – 1
पटना कलम के बाद: बिहार की कला भाग – 2
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