भोजपुरी चित्रकला

लोक का जीवन संघर्ष और लोक कला

भोजपुरी चित्रकला: सत्ता-संस्कृति हो या बाजारवाद, उनकी कोशिश लोक कला को परंपरा, धर्म व रूढ़ी की बेडि़यों में जकड़ कर एक दरबारी, सजावटी कला बना देने की रही है।