अतीत के झरोखे से कुछ स्मृतियाँ
राजकीय कला एवं शिल्प महाविद्यालय मे स्थित लखनऊ की पहली और प्राचीनतम कला वीथिका…
राजकीय कला एवं शिल्प महाविद्यालय मे स्थित लखनऊ की पहली और प्राचीनतम कला वीथिका…
हालांकि पंडित जसराज पहली ही गेंद पर आउट हो गये और फिर एक बाउंड्री लगायी, संगीत सम्राट ने कहा, क्रिकेट भी एक अच्छा विकल्प हो सकती थी।
लखनऊ का एक ऐसा प्रिंट-मेकर जिसमें प्रिंट-मेकिंग की तकनीकी जटिलताओं से जूझने का जुनून था और अपनी एक अलग पहचान बनायी।
श्याम प्रिंट-मेकिंग में पोस्ट डिप्लोमा करना चाहते थे। मुझे लगा, कमर्शियल आर्ट का डिप्लोमा करनेवाला प्रिंट-मेकिंग में काम कर पायेगा ?
नारायण एक कर्मठ और सृजनशील मूर्तिकार थे, छात्रों के प्रति सहज और मित्रवत। लेकिन, कहावत है ‘अच्छा है पर बहुत अच्छा भी ठीक नहीं‘।
1923 – 1984 | एक सुसंस्कृत परिवार से आये मदनलाल नागर प्रगतिशील विचारधारा से प्रेरित थे। लकीर पर चलते रहना उन्हें स्वीकार नहीं था।
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